धर्मपुत्र भद्रश्रवा, भद्रशवा वर्ष में स्तुति करें भगवान वासुदेव की! धर्मपुत्र भद्रश्रवा, भद्रशवा वर्ष में स्तुति करें भगवान वासुदेव की!
परीक्षित से शुकदेव जी कहें राम विराजें किम्पुरुष वर्ष में ! परीक्षित से शुकदेव जी कहें राम विराजें किम्पुरुष वर्ष में !
शुकदेव जी कहें, हे राजन भरत जी का पुत्र सुमति था! शुकदेव जी कहें, हे राजन भरत जी का पुत्र सुमति था!
समस्त जीव समूहों के भी और आत्मा और नेत्रेन्द्रिओं के। समस्त जीव समूहों के भी और आत्मा और नेत्रेन्द्रिओं के।